नाहर भवन संपूर्ण भारतवर्ष से सम्मेत शिखरजी के जो यात्रा संघ निकलते हैं, उनमें से अधिकतर हरिद्वार भी आते है। 700 से 1000 तीर्थयात्रियों की व्यवस्था हेतु उपयुक्त धर्मशाला का निर्माण, इन यात्री संघों की सुविधा हेतु तीर्थक्षेत्र में किया गया है। इसका विधिवत् उद्घाटन भागवान महावीर के जन्म के 2600 वें वर्ष में उत्तरांचल के राज्यपाल महामहिम सूरजीत सिंह बरनाल के कर कमलों द्वारा पूज्य गच्छाधिपति विजय इन्द्र दिन्न सूरीश्वर जी मा0 सा0 की निश्रा में उनके अंतिम चातुर्मास में किया गया। श्रीमान सायरचंद जी नाहर, चेन्नई के मुख्य सहयोग से निर्मित इस धर्मशाला का नामकरण ‘श्रीमती सोहन कंवर सायरचंद नाहर भवन‘ किया गया है।